राजीव दीक्षित के आयुर्वेदिक नुस्खे Rajiv Dixit Ke Ayurvedic Nushkhe
Rajiv Dixit Ke Ayurvedic Nushkhe
कौन थे राजीव दीक्षित ?
राजीव दीक्षित जी ऐसे व्यक्ति थे जो भारत को पूर्ण स्वदेशी राष्ट्र बनाना चाहते थे और उसी काम में लगे हुए थे उनका मानना था की विदेशी कंपनिया भारत में निवेश करके भारत को लूट रही है और सारा धन यहाँ से विदेश को ले जा रही है .
इसी चीज को मद्यनजर रखते हुवे उन्होंने संकल्प लिया किया की वे खुद भारत में जगह जगह घूम कर लोगो तक अपनी बात पहुचाएंगे और लोगो को स्वदेशी उत्पाद अपनाने पे जोर डालेंगे इससे लोगो का और देश का दोनों का भला हो सकता है .
राजीव दीक्षित जी एक महान वक्ता, वैज्ञानिक और आजादी बचाओ आन्दोलन के सस्थापक रहे थे ,राजीव दीक्षित, राजीव भाई के नाम से जाने जाते थे और स्वामी रामदेव इनके अच्छे मित्र थे, स्वामी रामदेव ने इनको भारत स्वाभिमान ट्रस्ट का महासचिव का पद दिया हुआ था .
ये लोगो को आयुर्वेद का ज्ञान देते थे जिसने करोड़ो लोगो की जिंदगी बदल दी इनकी महानता के कारण आज भी लोग इन्हें तह दिल से प्यार करते है और इनकी बताई हुई आयर्वेद की बातो का अनुपालन करके खुद का इलाज स्वयं करते है.
Rajiv Dixit Ke Ayurvedic Nushkhe

राजीव दीक्षित का परिचय –
जन्म : राजीव दीक्षित जी का जन्म 30 नवम्बर 1967 को उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ जिले के अतरौली तहसील में नाह नामक गाँव में हुआ था. इनके पिता का नाम राधेश्याम दीक्षित एवं माता का नाम मिथिलेश कुमारी था.
शिक्षा : फिरोजाबाद से इन्होने इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की और उसके बाद इलाहाबाद से B.Tech तथा भारतीय प्रोद्योगिकी सस्थान कानपूर से M.Tech की उपाधि प्राप्त की, इन्होने भारत के C.S.I.R. तथा फ्रांस के Tele communication center में भी काम किया तत्पश्चात वे भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ.ए.पी.जे. अब्दुल कलाम के साथ जुड़ गये, वे भगत सिह, अब्दुल कलाम जैसे महान क्रातिकारी लोगो से प्रभावित हुवे.
मृत्यु : 30 नवम्बर 2010 को राजीव दीक्षित को अचानक दिल का दौरा पड़ने से पहले भिलाई के सरकारी अस्पताल में ले जाया गया उसके बाद अपोलो बी.एस.आर.अस्पताल में दाखिल कराया गया और वही डॉक्टर ने उन्हें इलाज के दौरान मृत घोषित कर दिया.
कुछ लोगो का मानना था की उनके सर में चोट लगी थी और जब उन्हें अंतिम दर्शन के लिए सबके सामने लाया गया तो उनके सर पर काली पन्नी बाधी गई थी, जब पूछा गया की उनके सर पर काली पन्नी क्यों बाधी गयी तो इसका कोई जवाब नहीं आया .
अब हैरान करने वाली बात यह थी की अगर हार्ट अटैक से उनकी मौत होती तो उनके सर पर काली पन्नी क्यों बाधी जाती इसलिए यह सिद्ध नहीं हो पाया की उनका निधन हार्ट अटैक से हुई .
भारत को स्वदेशी बनाने में राजीव भाई का योगदान
राजीव दीक्षित ने लगभग 20 वर्षो में भारत में जगह जगह घूम कर 12000 से अधिक व्याख्यान दिए ये व्याख्यान अभी भी उनके ऑफिसियल वेबसाइट और यू ट्यूब चैनल में हमें देखने को मिल जायेंगे .इनका मानना था की आज भी हमारी संस्कृति और सभ्यता अंग्रेजो की गुलाम बनी हुईं है .
हम अपनी संस्कृति को भूल कर अंग्रेजो की बनायीं हुई चीजो को मान रहे है भारत में 5000 से अधिक विदेशी कंपनियों खिलाफ इन्होने स्वदेशी आन्दोलन की शुरुआत की और बहुत से कंपनियों को इन्होने बंद करवाया .
राजीव दीक्षित द्वारा बताये गए कुछ आयुर्वेदिक नुस्खे :
1. पानी पीने का सही तरीका क्या है ?
राजीव दीक्षित जी कहते है कि पानी हमेशा बैठ कर पीना चाहिए और पानी घूंट-घूंट भर के पीना चाहिए हर घूंट के बाद 2-3 सेकंड का ब्रेक अवश्य ले जैसे हम चाय और कॉफ़ी पीते है ?
2. सुबह उठते ही सबसे पहले क्या पीना चाहिए ?
सुबह उठते ही सबसे पहले कम से कम 2-3 गिलास हल्का गुनगुना पानी पीना चाहिए .
3. सुबह की लार के क्या फायदे है ?
यदि आपके शरीर में कही पर भी कोई दाग, धब्बे ,घाव,सोरायसिस, फुन्सिया, जले का निसान आदि अगर हो तो उस जगह पर सुबह उठते ही बासी लार (थूक ) लगाये कुछ दिन सुबह-सुबह रोज ऐसा करने से घाव तो क्या उसके दाग का भी नामो निशान गायब हो जायेगा .
4. क्या खाना खाते समय पानी पी सकते है ?
जी नहीं ,खाना खाते समय पानी कभी नहीं पीना चाहिए वरना हमारा खाया हुआ खाना पचने के बजाय सड़ जाता है ,आप पानी खाना खाने के 1 या 1/30 घंटे बाद ही पिए .
5. पेट की गैस कैसे ठीक करे ?
यदि आपके पेट में गैस या पेट दर्द की समस्या बनी रहती है तो हमेशा खाना खाने के बाद आधा चम्मच अजवायन खाने की आदत डाल ले पेट दर्द गायब हो जायेगा .
6. सुबह, दिन और रात को क्या पीना चाहिए ?
सुबह हमेशा जूस पीना चाहिए , दिन में छाछ या लस्सी और रात को हमेशा दूध पीना चाहिए. इससे हमारी पाचन शक्ति सुदृढ़ रहती है .
7. खाना खाने के बाद हमेशा क्या खाना चाहिए ?
खाना खाने के बाद हमेशा पान खाना चाहिए वो भी बिना कत्थे वाला .
8. खाना खाने के बाद क्या करना चाहिए ?
सुबह के खाने के बाद काम करना चाहिए, दोपहर के खाने के बाद आराम करना ( लेटना ) चाहिए और रात के खाने के बाद 500 कदम चल के सो जाना चाहिए .
9. खाना खाने का सही समय क्या है ?
सुबह के खाने का सही समय है 8 – 9 बजे का समय इस दौरान हमें सुबह का नास्ता कर लेना चाहिए और सुबह के समय सबसे ज्यादा खाना, खाना चाहिए क्योकि सुबह का खाना हमारे शरीर में अच्छे से पचता है. दोपहर का खाना 1 – 2 बजे तक खा लेना चाहिए और उसके बाद आराम करना चाहिए और रात का खाना जितनी जल्दी हो सके उतनी जल्दी खा लेना चाहिए आयुर्वेद के अनुसार रात का खाना सूरज ढ़लने से पहले खा लेना चाहिए समय के हिसाब से रात का खाना 5 – 6 बजे तक खा लेना चाहिए .
विरुद्ध आहार -किस चीज के साथ क्या ना खाए ?
1. दूध के साथ कभी भी कटहल की सब्जी या खट्टे फल ( संतरा, नीबू, मौसमी ) कभी नहीं खाना चाहिए , हा पर आवंला ऐसा फल है जिसे हम दूध के साथ खा सकते है .
2. दूध और दही कभी भी साथ में नहीं खाना चाहिए.
3. दूध और प्याज भी कभी साथ में ना खाए, इससे त्वचा सम्बन्धी रोग हो सकते है .
4. कभी भी सहद और घी एक साथ नहीं खाना चाहिए .
5. उड़द की दाल और दही भी कभी साथ में नहीं खाना चाहिए.
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