आँखों के नीचे काले घेरे के कारण व उपचार
How To Remove Dark Circles In Hindi
How To Remove Dark Circles In Hindi
आँख़ों के नीचे काले घेरे हो सकता है कि आप को पसन्द न हों अथवा पता ही न चल पाया हो कि आँखों के नीचे ये कब से बनने लगे, ये प्राय: किसी गम्भीर रोग के लक्षण नहीं होते फिर भी यदि इच्छा हो तो इस विषय की सटीक जानकारियाँ यहाँ उपलब्ध करायी जा रही हैं।
ये घेरे कुछ-कुछ बैंगनी अथवा नीले-से अथवा काले-से नज़र आ सकते हैं जो कि त्वचा की रंगत पर निर्भर होगा। घेरे गहरे रंग के नज़र आ सकते हैं क्योंकि या तो संकीर्णित रुधिर-वाहिनियों से त्वचा का वर्णक अधिक जमा हो सकता है अथवा नेत्रों के चारों ओर की त्वचा पतली हो सकती है।
How To Remove Dark Circles In Hindi

कारण व जोख़िम-कारक –
*. दिन में सोना अथवा रात को जागना अथवा सुबह देर से उठना.
*. एलर्जीज़ (हे फ़ीवर सहित).
*. वृद्धावस्था.
*. साँवले रंग की त्वचा वाली नस्लें.
*. अतिवर्णकीकरण (हाइपरपिग्मेण्टेशन) जिसमें शरीर में अधिक मिलैनिन उत्पन्न होने लगता है.
*. नेत्रों के चारों ओर वसीय ऊतक का स्तर घटना.
*. नेत्रों के नीचे की त्वचा पतली पड़ने लगना.
*. लौह-अल्पता के कारण एनीमिया.
*. किसी कारणवश धूप के प्रति अतिसंवेदनशील हो जाना.
*. आँख़ों को बार-बार मलना.
*. धूम्रपान.
*. मद्यपान.
*. मेकअप के नाम पर सिर व चेहरे पर रासायनिक लेपन करते रहना.
*. ज़ुकाम आदि के कारण नाक से ठीक से साँस न ले पाना.
*. वंशागत कारण.
*. थायरायड-सम्बन्धी अनियमितताएँ.
*. निर्जलीकरण (पानी की कमी).
*. सिर में कोई अभिघात (ट्रामा).
*. आँखों के आसपास कोशिकाओ में तरल-भरा.
*. चर्म-सूजन.
*. ग्लूकोमा के लिये आई-ड्राप ट्रीटमेण्ट, जैसे कि बिमाटोप्रोस्ट, इनका प्रयोग समाप्त करने के कुछ दिन बाद ये घेरे प्रायः अपने आप गायब हो जाते हैं.
*. आई-स्ट्रैन – टी.वी. के सामने बैठे रहने व स्क्रीन्स का प्रयोग अधिक करके से नेत्रों के आसपास की रुधिर-वाहिनियाँ बड़ी हो सकती हैं जिससे नेत्रों के आसपास का रंग गहरा पड़ सकता है.
घरेलु उपचार –
सर्वप्रथम आँखों के नीचे काले घेरे पड़ने के कारणों व जोख़िम नेत्रों – कारकों को पुन: पढ़ें फिर –
*. तरबूज, टमाटर व तिल्ली का सेवन बढ़ायें ताकि नेत्र सहित आसपास की त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ावा मिले।
*. खीरा – थकी अथवा फूली आँखों की पलकें बन्द करके ऊपर कटी ककड़ियाँ रखने से सूजन कम हो सकती है। खीरा में सिलिका भी होता है जो ऊतकों को स्वस्थ बनाये रखने में सहायक है।
*. पानी अधिक पीयें व नमक कम लें |
*. तनाव से बचें, योग-प्राणायाम करें, शान्तचित्त रहें.
*. हमेशा के लिये धूम्रपान व मद्यपान बिल्कुल बन्द कर दें, अन्यथा नेत्रों के नीचे काले घेरे सहित बुढ़ापा व विविध रोग-प्रकोप जल्दी लाने में ये बड़ी भूमिका निभाते पाये गये हैं।
*. नींबूवर्गीय खट्टे फलों में उपस्थित विटामिन-सी का सेवन.
*. शीतल मुलायम सूती कपड़े को अथवा इस कपड़े के भीतर रूई रखकर इसे मटके के शीतल जल से भिगोकर पलकों पर एकदम हल्के से रखना ताकि रुधिर-वाहिनियाँ संकीर्णित हो सकें एवं घेरे का रंग हल्का हो सके।
*. काले घेरों का कारण यदि लौह की कमी हो तो इसकी मात्रा बढ़ाकर पर्याप्त करने के लिये पालक, फलियों, सोयाबीन, मसूर, कद्दू, आलू बुखारा, जैतून, शहतूत, नारियल, जई, अजवायन का सेवन अधिक किया करें |
*. चाय के बैग्स पलकों पर रखने से नेत्रों के नीचे थुलथुलापन कम हो सकता है क्योंकि कैफ़ीन में antioxidant गुणधर्म होते हैं एवं नेत्रों के चारों ओर रुधिर-परिसंचरण तेज हो जाता है।
ध्यान रखें कि कैफ़ीन पीने से काले घेरे बढ़ सकते हैं, इसे बाहर से ही लगाना है, इसके लिये पलकों पर छोटे-छोटे सूती कपड़ों में रखी जा सकने लायक मात्रा में चायपत्ती उबालकर सामान्य ताप पर ले आने के बाद उपयोग करें जिससे ठण्डक भी मिलेगी। ब्लैक, ग्रीन अथवा विशेष रूप से हर्बल टी-बैग्स का प्रयोग किया जा सकता है।
*. Facials (चेहरे पर लेप की मालिश ) – नेत्र के आसपास की पेशियों में हल्के हाथों से घुमावदार एवं घड़ी के समान व विपरीत दिशा में Malish करने से रक्त-संचार बढ़ेगा।
*. एण्टिआक्सिडेण्टयुक्त स्किनकेयर उत्पाद – हर्बल एण्टिआक्सिडेण्ट्स से युक्त फ़ेस क्रीम्स एवं नेत्रों के नीचे लगाये जाने वाले उत्पादों से घेरे हल्के पड़ सकते हैं तथा विटामिन-ई व विटामिन-सी से घेरे दूर करने में अधिक सहायता हो सकती है।
चिकित्सात्मक उपचार –
यदि आँखों के नीचे के काले घेरे किसी रोग को दर्शा रहे हों अथवा अन्य किसी उपयुक्त कारण से उन्हें हटाना आवश्यक लगे एवं घरेलु उपाय प्रभावी न लग रहे हों तो अपने आप कोई प्रयोग न करते हुए सीधे चर्मविशेषज्ञ से मिलें जो स्थिति को देखते हुए त्वचा पर लगाने के लिये कुछ विशेष औषधीय लेप सुझा सकता है.
अन्य चिकित्सात्मक उपचार –
*. लेज़र थिरेपी – डायोड लेज़र्स अथवा पल्स्ड डाए जैसी सरल लेज़र कार्यविधियाँ |
*. फ़िलर्स – यदि वसीय ऊतक की कमी के कारण अथवा त्वचा पतली होने से काले घेरे बने हों तो चिकित्सक नेत्रों के नीचे के क्षेत्र में हायलुरानिक एसिड जेल अथवा प्लेट्लेट-रिच प्लाज़्मा के इंजेक्शन लगा सकता है।
*. शल्यक्रिया – नेत्र के आसपास अतिरिक्त त्वचा अथवा वसा के जमाव को हटाने के लिये ब्लेफॅ़रोप्लास्टी करायी जा सकती है यदि काले घेरे इस कारण हुए हों तो।
*. त्वचा यदि तेज धूप के प्रति अतिसंवेदनशील हो तो गर्मियों के मौसम में यूवी-Ptotection सनग्लास का प्रयोग किया जा सकता है तथा सिर पर टोपी का भी।
*. यदि नेत्रशलेष्माशोथ (Conjunctivitis), साँस लेने अथवा सुनने में परेशानी, नेत्रों से द्रव निकलते रहने, दृष्य धुँधलाने अथवा सिरदर्द की समस्या के आसपास आँखों के काले घेरे पनपे हों तो घरेलु उपायों से पहले ही सम्बन्धित चिकित्सक को दिखायें।
यह बेहतरीन आर्टिकल भी जरुर पढ़े –
*. गर्दन-दर्द के कारण और उपचार
*. कान के दर्द के कारण व निराकरण
*. संक्रामक बीमारियों से कैसे बचें
*. चेहरे की खूबसूरती बढाने के 20 तरीके
तो ये थी हमारी पोस्ट आँखों के नीचे काले घेरे के कारण व उपचार, Treatment of dark circle in Hindi, How To Remove Dark Circles In Hindi. आशा करते हैं की आपको पोस्ट पसंद आई होगी और Carrot Juice Benefits की पूरी जानकारी आपको मिल गयी होगी. Thanks For Giving Your Valuable Time.
इस पोस्ट को Like और Share करना बिलकुल मत भूलिए, कुछ भी पूछना चाहते हैं तो नीचे Comment Box में जाकर Comment करें.