एंटीबॉडी टेस्ट किसे कहते हैं निर्माण नॉर्मल रेंज COVID-19 Antibody Test in Hindi
COVID-19 Antibody Test in Hindi
भारत में कोरोना काल का भयानक स्वरूप चल रहा है। और इस समय हजारों लोग RT-PCR और रैपिड टेस्ट करा रहें हैं। कुछ लोग एंटीबॉडी टेस्ट भी करवा रहे हैं। तो क्या यह टेस्ट बिल्कुल सही हैं या नहीं और एंटीबॉडी टेस्ट होता क्या हैं ?
इन सभी टेस्ट के कारण बहुत सारे भ्रम पैदा हो चुके हैं। इसलिए हम यह आर्टिकल लिख रहे हैं। हमें उमीद है कि इस आर्टिकल के द्वारा आपको सभी सवालों के जवाब मिल जाएंगे। हमारा सिर्फ एक निवेदन है कि पोस्ट को अंत तक पढ़े।
एंटीबॉडी क्या है ?
हमारे शरीर में प्रतिरक्षा तंत्र पाया जाता है। जो किसी भी खतरनाक वायरस, जीवाणु या फंगस आदि को खत्म करके हमारी रक्षा करता है। एंटीबॉडी एक प्रोटिन है। इनकी सरंचना भी बाह्य आक्रमणकारी जीवाणुओं (एंटीजन) के समान ही होती हैं।
एंटीजन (जीवाणु) का बाह्य आवरण प्रोटीन का बना होता है और इसी प्रोटीन आवरण को एंटीबॉडी तौड़ती है और जीवाणु को समाप्त करके हमारी रक्षा करती हैं। एंटीबॉडी दो प्रकार की होती है।
1. प्राकृतिक एंटीबॉडी- IgA, IgG, IgM… etc.
2. कृत्रिम एंडीबॉडी – Covid – 19 vaccine
कोविड के वैक्सीन में भी एंटीबॉडी होती हैं। जो कोरोना वायरस को खत्म करती हैं और यह एंटीबॉडी हमारे शरीर में वैक्सीन द्वारा कृत्रिम रुप से दी जाती है।
COVID-19 Antibody Test in Hindi

एंटीबॉडी टेस्ट (in Hindi) क्या है ?
कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति का इम्यूनिटी सिस्टम (प्रतिरक्षा तंत्र) बहुत कमजोर हो जाता हैं। इस एंटीबॉडी टेस्ट के द्वारा मरीज की इम्यूनिटी की क्षमता का पता लगाया जाता है। यह टेस्ट मरीज के ठीक होने के बाद किया जाता हैं, जब मरीज को वैक्सीन का टींका दे दिया गया हों।
इसके अलावा यह टेस्ट सामान्य व्यक्ति भी करवा सकते हैं। लेकिन टेस्ट वैक्सीन लगाने के बाद किया जाता है। यह टेस्ट कोरोना वायरस की जांच के लिए उपयुक्त नहीं होता है। यह सिर्फ हमारे प्रतिरक्षा तंत्र की जांच करता हैं।
एंटीबॉडी टेस्ट कैसे होता है ?
यह टेस्ट हमारे शरीर के रक्त के साथ किया जाता है। सर्वप्रथम सुई की सहायता से रक्त का सैंपल लिया जाता हैं। और इस लैब में जांच करके रिपोर्ट तैयार की जाती हैं। हालांकि कोरोना टेस्ट में मुंह तथा नाक से सैंपल लिया जाता हैं। क्योंकि यह दोनो टेस्ट एक दूसरे से भिन्न है।
एंटी बॉडी टेस्ट और कोरोना टेस्ट (RT-PCR और रैपिड टेस्ट) में अंतर
- कोरोना वायरस के टेस्ट (RT-PCR और रैपिड टेस्ट) का सैंपल मुंह व नाक से लिया जाता है। लेकिन एंटीबॉडी टेस्ट का सैंपल खून से लिया जाता हैं। जबकि यह टेस्ट थोड़ा कठिन होता है। और इसमें कुछ रिस्क होते है।
- RT-PCR और रैपिड टेस्ट की रपोर्ट के आने में दो से तीन दिन का समय लगता है। जबकि एंटीबॉडी की रिपोर्ट कुछ ही समय में प्राप्त कर सकते हैं।
- RT-PCR और रैपिड टेस्ट के द्वारा शरीर में उपस्थित वायरस तथा जीवाणु का पता लगाया जाता हैं। जबकि एंटीबॉडी टेस्ट में वायरस से लड़ने की क्षमता (प्रतिरक्षा तंत्र) का पता लगाया जाता हैं।
यह टेस्ट किसके लिए जरूरी हैं और कब जरूरी हैं ?
यह टेस्ट कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति और सामान्य व्यक्ति दोनो के लिए आवश्यक हैं। लेकिन एक शर्त है कि आपको इस टेस्ट से पहले एंटीबॉडी (कोविड वैक्सनी) को लेना बहुत जरूरी है। क्योंकि यह टेस्ट एंटीबॉडी की जांच करता हैं।
दूसरी शर्त यह है कि यह टेस्ट टिंका लगाने के 14 से 15 दिन के बाद करवाना चाहिए। क्योंकि हमारा शरीर टिंकाकरण के 15 दिनों के बाद इम्यूनोग्लोबिन IgG का निर्माण करता हैं। इसलिए टेस्ट 15 दिन बाद करवाना चाहिए। यह टेस्ट जल्दी करवाने पर हमारी रिपोर्ट नेगेटिव आ सकती है। इसलिए कुछ दिनों की प्रतिक्षा करें।
एंटीबॉडी का निर्माण कैसे होता हैं ?
मानव शरीर में एंटीबॉडी का निर्माण बाह्य वायरस के आक्रमण के बाद होता है क्योंकि वायरस हमारे शरीर के लिए हानिकारक होता हैं। इसलिए हमारा शरीर बहुत सारी एंटीबॉडी का निर्माण करता हैं। जैसे- IgG, IgA, IgM, IgD और IgE (इसके अलावा भी एंटीबॉडीज पायी जाती हैं) इन सभी एंटीबॉडी का कार्य अलग अलग होता हैं।
लेकिन कोरोना वायरस के लिए हमारे शरीर की प्राकृतिक एंटीबॉडी पर्याप्त नहीं होती हैं। इसलिए इसे कृत्रिम रूप से vaccine के रूप में दिया जाता है। IgG एंटीबॉडी मानव शरीर की महत्वपूर्ण एंटीबॉडी हैं। इसकी उम्र भी सबसे ज्यादा होती हैं। और यह अंत तक हमारे शरीर में मौजुद रहती हैं।
एंटीबॉडी टेस्ट की प्राइज
यह टेस्ट नीजि और सरकारी दोनों अस्पताल में किये जाते हैं। सरकारी अस्पताल में इसकी कम किमत हो सकती हैं। लेकिन निजि अस्पताल में इसकी कीमत लगभ 1000 से 1500 तक हो सकती हैं।
एंटीबॉडी टेस्ट नॉर्मल रेंज (Range of antibody test result)
C- इस C रेंज का मतलब है- कनेक्शन, जब आपके सैंपल को टेस्ट प्लेट में रखा जाता है। तो इस पट्टी पर लाल कलर की एक line बनती है। यह लाइन C अक्षर के सामने बनती है। तो इसका मतलब यह है कि आपका सैंपल सही तरिके से लिया गया हैं। लेकिन अगल यह लाइन नहीं बनती है तो आपका सैंपल सही नहीं हैं।
M- यह अक्षर आपकी IgM एंटीबॉडी को अंकित करता हैं। इस टेस्ट में एक सफेद किट ली जाती हैं। और उसमें आपका सैंपल रखा जाता हैं। अगर लाल लाइन M अक्षर के सामने बनती है तो आपके शरीर में एंटीबॉडी उपस्थित है। M का मतलब है कि आपको पिछले 5 से 9 में कोरोना हुआ था लेकिन आपकी IgM एंटीबॉडी ने उसे नष्ट कर दिया है। और आप सुरक्षित हैं।
G और M – अगर टेस्ट किट में लाल लाइन G और M के मध्य दिखाई देती है तो इसका मतलब यह है कि आपको 10 से 45 दिन पहले कोरोना हुआ था। जिसे G और M एंटीबॉडी ने समाप्त कर दिया हैं।
G- इस अक्षर का मतलब IgG एंटीबॉडी से हैं। अगर result में लाइन G अक्षर के आगे बनती है। तो इसका मतलब यह है कि आपको 1 से 2 महिने पहले कोरोना हुआ था लेकिन इस एंटीबॉजी ने उसे नष्ट कर दिया हैं। और हाल में आपके शरीर में IgG एंटीबॉडी मौजुद हैं।
नोट : अगर आपकी टेस्ट किट में कोई भी लाइन नहीं दिखाई देती है तो इसका मतलब यह है कि आपके शरीर में कोई एंटी बॉडी नहीं है।
नोट : इस टेस्ट से कोई नुकसान नहीं होता हैं।
इस पोस्ट के माध्यम से हमने आपको बताया एंटीबॉडी टेस्ट किसे कहते हैं, COVID-19 antibody Test in Hindi, antibody Test kya hota hai, antibody Test ke bare me । इस पोस्ट में दी गई जानकारी आपको कैसी लगी ? Comment करके जरूर बताएं और इस पोस्ट को Social media के माध्यम से अपने दोस्तों के साथ Share जरूर करे।
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